बावरा मन देखने चला एक सपना,
बावरे से मन की देखो, बावरी है बातें,
बावरी सी करवटें है, बावरी है रातें,
बावरी सी अंखियों से क्यूँ सपने दूर भागे,
बावरे से पैर चाहे, बावरी सी रहो पे,
तेरे संग चलना |
बावरा मन देखने चला एक सपना ||
बावरे से इस गगन म बावरे दो पंछी हो,
बावरी सी एक तमन्ना, बावरी पर सच्ची हो,
बावरा सा एक धुआं हो, बावरा एक आग हो,
बावरा सा एक धुआं हो, बावरी एक आग हो,
बावरी सी काईं पे, बावरे से बचपन जैसे,
तेरे संग फिसलना |
बावरा मन देखने चला एक सपना ||
बावरा सा हो ऊजाला, बावरी परछाइयां,
गुनगुनाती धुप हो, बावरी तन्हाइयां,
बावरे से बदरा छाये, बावरी फिर बरखा आये,
बावरे से बदरा छाये, बावरी फिर बरखा आये,
बावरे सी भोर में, बोझल पलको से,
तेरे संग उठना |
बावरा मन देखने चला एक सपना ||
Of Course the poem is inspired by one of the best song ' baavra man'
Sunday, November 23
बावरा मन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment